
"
इसका अर्थ है समाज में व्यक्तियों, परिवारों या समूहों का एक सामाजिक स्तर या स्थिति से दूसरे सामाजिक स्तर या स्थिति में जाना। यह बदलाव ऊपर की ओर (बेहतर स्थिति), नीचे की ओर (खराब स्थिति) या समान स्तर पर (क्षैतिज) हो सकता है।
सामाजिक गतिशीलता के मुख्य पहलू:
-
ऊर्ध्वमुखी गतिशीलता (Upward Mobility): जब कोई व्यक्ति या समूह अपनी वर्तमान सामाजिक स्थिति से बेहतर या उच्च सामाजिक स्थिति में पहुँचता है।
-
उदाहरण: एक गरीब परिवार का बच्चा अच्छी शिक्षा प्राप्त करके एक सफल डॉक्टर या इंजीनियर बन जाता है।
-
-
अधोमुखी गतिशीलता (Downward Mobility): जब कोई व्यक्ति या समूह अपनी वर्तमान सामाजिक स्थिति से निम्न या खराब सामाजिक स्थिति में आ जाता है।
-
उदाहरण: एक अमीर व्यापारी का व्यवसाय ठप हो जाने के कारण वह गरीब हो जाता है।
-
-
क्षैतिज गतिशीलता (Horizontal Mobility): जब कोई व्यक्ति या समूह एक ही सामाजिक स्तर पर एक स्थान, व्यवसाय या भूमिका से दूसरी में जाता है, लेकिन उसकी सामाजिक हैसियत में कोई खास बदलाव नहीं आता।
-
उदाहरण: एक स्कूल का शिक्षक उसी वेतन और पद पर दूसरे स्कूल में पढ़ाने लगता है।
-
-
अंतर-पीढ़ीगत गतिशीलता (Intergenerational Mobility): यह एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी के बीच सामाजिक स्थिति में बदलाव को दर्शाती है।
-
उदाहरण: एक किसान का बेटा पढ़कर सरकारी अधिकारी बन जाता है (ऊर्ध्वमुखी)। या एक अमीर उद्योगपति का बेटा बुरी आदतों के कारण अपनी संपत्ति गँवा देता है (अधोमुखी)।
-
-
अंतरा-पीढ़ीगत गतिशीलता (Intragenerational Mobility): यह एक ही व्यक्ति के जीवनकाल में उसकी सामाजिक स्थिति में होने वाले बदलाव को दर्शाती है।
-
उदाहरण: एक व्यक्ति क्लर्क के पद से शुरुआत करके अपनी मेहनत और योग्यता से कंपनी का मैनेजर बन जाता है।
-
सामाजिक गतिशीलता को प्रभावित करने वाले कारक:
-
शिक्षा
-
आर्थिक अवसर
-
कौशल और प्रतिभा
-
सरकारी नीतियां
-
जाति व्यवस्था (भारत जैसे देशों में यह एक महत्वपूर्ण कारक हो सकता है)
-
पारिवारिक पृष्ठभूमि
-
सामाजिक नेटवर्क
संक्षेप में, सामाजिक गतिशीलता यह दर्शाती है कि किसी समाज में लोगों के लिए अपनी सामाजिक-आर्थिक स्थिति को बदलने के कितने अवसर मौजूद हैं। यह समाज की खुलापन और न्यायपूर्णता का एक महत्वपूर्ण संकेतक है।
- Teacher: Admin User